CRPF Public School, Rohini celebrated its “Cultural
Odyssey cum Annual Exhibition-Pracheen se Pragyaan Tak” with an impressive
display of talent, creativity, and enthusiasm on 14 November 2024. The event
commenced with a grand welcome of the Chief Guest, Smt. Rimjhim Singh,
President, CRPF Family Welfare Association (CWA) and other dignitaries with
a meticulous band display, followed by the ceremonial lamp-lighting. The school
choir’s melodious rendition, “Sankalpana, -Asma ko chhu ke Aayenge” left
everyone spellbound. An amalgamation of musical instruments “Anhad”- the
school’s orchestra was unfurled on the stage. The rhythmic drum beats of the
school band titled "Drummer’s Call" left the audience
mesmerized. The Flag dance, “Golden Shadows,” symbolized the spirit of
the school’s four Houses—Shraddha, Shrum, Shaurya, and Shakti. In her welcome
address, the School Principal, Mrs. Nidhi Chaudhary, expressed
sincere gratitude to the Chief Guest for sparing her valuable time and
eloquently shared the school’s vision and array of achievements, emphasizing
the school’s commitment to excellence and growth. The tiny tots performed “Aurora
–The Dance of Light,” a graceful journey of the inner self. A powerful
Maharashtrian Jogwa dance “Shakti Invocation”, held everyone in awe. The
Prize Distribution Ceremony, honoured the achievements of the CBSE board
Awardees of Classes X and XII, recognizing their outstanding academic
accomplishments. The Chief Guest, Smt. Rimjhim Singh, President CWA addressed
the gathering with words of encouragement, urging students to pursue excellence
and contribute positively to the society. Following the address, the Chief
Guest unveiled the school’s Annual Exhibition titled “Pracheen se Pragyaan
Tak” which was brought to life by around 200 students from KG to XII. The
exhibition invited the spectators on an immersive experience into India’s rich
heritage, cultural evolution, and promising future. It was thoughtfully divided
into five sections, Ancient India, Medieval India, Modern India, Vision India
2024 and European Renaissance. The incorporation of interdisciplinary aspects
woven with historical monuments and models, provided a holistic view of India’s
multi-faceted contributions to the world. The Pre- primary and Primary wings
put on display models and activities aligning with NEP 2020 and sustainable
development.
सी.आर.पी.एफ. पब्लिक स्कूल, रोहिणी ने कार्यक्रम
“कल्चरल ओडीसी एवं वार्षिक प्रदर्शनी -प्राचीन से प्रज्ञान तक” का आयोजन, 14 नवंबर
2024, को विद्यालय में, बड़ी ही धूमधाम से किया । कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि,श्रीमती
रिमझिम सिंह, अध्यक्षा, ‘सी.आर.पी.एफ. परिवार कल्याण संस्था’ (सी.डब्ल्यू.ए.) , एवं
अन्य गणमान्य व्यक्तियों का विद्यालय के बैंड समूह द्वारा अभिनंदन धुन से स्वागत किया गया।तत्पश्चात श्रीमती रिमझिम सिंह
ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय के गान समूह ने ,गीत-समूह
- ‘संकल्पना’ के द्वारा सब का मन मोह लिया ।वाद्यवृंद ने अपनी प्रस्तुति ‘अनहद’ के
द्वारा भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति का परिचय ,वाद्ययंत्रों की कर्णप्रिय ध्वनियों
के संगम द्वारा प्रस्तुत किया। विद्यालय के बैंड समूह ने अपनी जोशीली धुनों ‘ड्रमर्स
कॉल’ के द्वारा वहां उपस्थित सभी लोगों के हृदय जोश और उमंग से ओतप्रोत कर दिए। विद्यालय
की सदन व्यवस्था पर आधारित ध्वज-नृत्य ‘गोल्डन शैडो’ के द्वारा सदन-व्यवस्था के महत्व
को प्रस्तुत किया गया ।
अपने स्वागत भाषण में प्रधानाचार्या श्रीमती निधि चौधरी ने , विद्यालय को अपना
अमूल्य समय प्रदान करने हेतु, मुख्य अतिथि,श्रीमती रिमझिम सिंह, का धन्यवाद करते हुए,विद्यालय
के ध्येय ‘योग: कर्मसु कौशलम्’ से प्रेरित शिक्षा व्यवस्था,कार्यशैली व बहुमुखी उपलब्धियों
से परिचित करवाया। प्राथमिक कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने अपने नृत्य ‘ओरोरा’ के द्वारा
तामसिकता को ध्वस्त कर प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा की ओर प्रस्थान करने के दृश्य को
प्रस्तुत कर सबको अवाक् कर दिया। कक्षा छठी से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं ने अपने
नृत्य ‘शक्ति इन्वोकेशन’ में महाराष्ट्र के ‘जोगवा’ लोकनृत्य के द्वारा महाराष्ट्र
की संस्कृति को मंच पर जीवंत कर,वातावरण में एक नई ऊर्जा भर दी।तत्पश्चात मुख्य अतिथि,श्रीमती
रिमझिम सिंह ने सी.बी.एस.ई. की दसवीं व बारहवीं की परीक्षा में विशिष्ट उपलब्धियां
प्राप्त करने वाले होनहार छात्रों को अपने करकमलों से पुरस्कृत किया।
मुख्य अतिथि,श्रीमती रिमझिम सिंह,अध्यक्षा, ‘सी.आर.पी.एफ. परिवार कल्याण संस्था’ (सी.डब्ल्यू.ए.)
,ने विद्यालय की प्रधानाचार्या,विद्यार्थियो व अध्यापकवृंद को बधाई देते हुए विद्यालय
के उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा विद्यार्थियों को समाज के लिए उपयोगी कार्य करने
की प्रेरणा व आशीर्वाद दिया ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात,मुख्य
अतिथि, श्रीमती रिमझिम सिंह ने विद्यालय की वार्षिक प्रदर्शनी ‘प्राचीन से प्रज्ञान
तक’ का उद्घाटन किया। इस अपूर्व प्रदर्शनी में के.जी. से 12वीं कक्षा तक के लगभग
200 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रदर्शनी ने भारत के गौरवशाली इतिहास, अद्वितीय
विरासत, सांस्कृतिक उत्थान और महान भविष्य के अद्भुत व जीवंत दृश्य प्रस्तुत किये ।
प्रदर्शनी को मुख्य रूप से पांच भागों में प्रदर्शित किया गया है। प्राचीन भारत, मध्यकालीन
भारत ,आधुनिक भारत ,भारत विजन-2024 तथा यूरोपीयन पुनर्जागरण काल। विश्व में भारत के
महान ऐतिहासिक योगदान को विभिन्न मॉडलों के रूप में प्रस्तुत किया गया। अंतर्विषयी
दृष्टिकोण व सोच के ताने-बाने में बनाए गए,ऐतिहासिक
स्मारकों पर आधारित मॉडल एक बिल्कुल नवीन तथा मौलिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने में सफल
रहे। इस प्रदर्शनी ने भारत के बहुआयामी,विशिष्ट
और सभी क्षेत्रों में दिये गये उसके कालजयी योगदान को एक नई दृष्टि से सबके सामने प्रस्तुत
किया। प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा सतत् विकास
बिंदुओं पर आधारित गतिविधियां तथा मॉडल प्रस्तुत किये। संपूर्ण इतिहास को अंतर्विषयी
दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने में, समस्त विद्यालय ने अपनी अपरिचित ऊर्जा व अद्भुत कौशल
का परिचय दिया है।